सोमवार, 11 अप्रैल 2016

शुभ कार्यों में आम्र पल्लव का प्रयोग क्यों?

भारत में वृक्षों को काफी महत्ता दी जाती हैधर्म चाहे कोई भी हो लेकिन विभिन्न रिवाज़ों में प्रकृति को एक खूबसूरत रूप देने वाले वृक्षों की अहम भूमिका है। हिन्दू धर्म में भी वृक्षों का काफी सम्मान किया जाता हैउन्हें पूजा जाता है और उन्हें अन्न देवता माना जाता है। साथ ही कई धार्मिक कार्यों में खास वृक्षों के फलों और पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह तो सभी जानते हैं कि हिन्दू मान्यताओं में तुलसी के पौधे को कितना पवित्र माना जाता है। इसे पौधा ना कहकर ‘मां तुलसीकी उपाधि दी जाती है। इसी तरह से पीपल का वृक्ष, बरगद का वृक्ष, इत्यादि खास महत्व रखते हैं। इन सभी के अलावा आम के वृक्ष को भी हिन्दू मान्यताओं के अनुसार खास माना गया है। शायद आपने कभी गौर भी किया हो कि हिन्दू परिवारों में जब कोई शुभ कार्य हो तो सजावट के तौर पर घर के प्रवेश द्वार के ऊपर आम के वृक्ष की पत्तियां (आम्र पल्लव) लगाई जाती हैं। 
लेकिन क्यों लगाते हैं यह पत्तियां? क्या यह महज सजावट के लिए है या इसके पीछे कोई धार्मिक कारण है? भारत में आम के पेड़ काफी लोकप्रिय होते हैं, इनसे मिलने वाले फल भारतीयों के पसंदीदा हैं। भारत में आम को फलों का राजा भी माना गया है लेकिन इस वृक्ष की पत्तियों में ऐसा क्या खास है जो इनका शुभ कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है। 

केवल घर के दरवाजे पर ही नहीं, जब पूजा का कलश तैयार किया जाता है तब उसके ऊपर भी आम के वृक्ष की पत्तियों को लगाया जाता है। इतना ही नहीं, हिन्दू रीति अनुसार जब किसी की शादी होती है तब भी शादी के मंडप को आम के वृक्ष की पत्तियों से सजाया जाता है। 
नवजात बच्चे के पालने को भी आम के वृक्ष की पत्तियों से सजाया जाता है, इसके अलावा भी ऐसे कई धार्मिक कर्म-कांड एवं मांगलिक कार्य हैं जहां आम के वृक्ष की पत्तियों का बड़ी मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है, जानिए इसका कारण........  
दरअसल हमारी भारतीय संस्कृति में आम के पेड़ की लकड़िय़ों का उपयोग समिधा के रूप में वैदिक काल से ही किया जा रहा है। माना जाता है कि आम की लकड़ी, घी, हवन सामग्री आदि के हवन में उपयोग से वतावरण में सकारात्मकता बढ़ती है। यदि हवन सामग्री में आम के वृक्ष की पत्तियों का इस्तेमाल हो तो आसपास की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और हवन के धुएं से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। 
लेकिन हवन के अलावा घर के मुख्यद्वार पर आम की पत्तियां क्यों लगाई जाती हैं? इसके पीछे क्या कारण है? दरअसल यह कारण भी घर में बनी हुई सकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा है। 
घर के प्रवेश पर आम की पत्तियां लटकाने से घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के साथ सकारात्मक ऊर्जा घर में आती है। बाहर से आने वाली हवा जब भी इन पत्तियों का स्पर्श कर घर में प्रवेश करती है तो वह खुद में सकारात्मक कणों को लाती है।  ऐसी वायु से घर में सुख व समृद्धि बढ़ती है, और ऐसे घर को कलह कभी भी जकड़ नहीं सकती। इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि प्रवेश द्वार पर आम की पत्तियां लटकाने से बिना विघ्न सारे मांगलिक कार्य पूरे हो जाते हैं। इसलिए तो कोई भी शुभ कार्य करते समय सबसे पहले घर के दरवाजे पर आम के पत्तों को लटकाया जाता है। 
इन्हीं मान्यताओं के आधार पर सदियों से मांगलिक कार्यों में आम के पेड़ की पत्तियों का इस्तेमाल हुआ है और आज भी यह मान्यता हिन्दू परिवारों में वैसे ही बनी हुई है।

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